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पोलियो से बचाव को बच्चों को एफआईपीभी टीका की दी जाएगी तीसरी खुराक

 


- खगड़िया सदर पीएचसी परिसर स्थित सभागार हाॅल में प्रशिक्षण का हुआ आयोजन 

- सीएचओ, आरबीएसके, एल एस, आशा फ़ैसिलिटेटर और आशा कार्यकर्ता को दिया गया प्रशिक्षण 


खगड़िया, 17 दिसंबर


 पोलियो से बचाव के लिए अब सभी बच्चों को एफआईपीभी (फ्रेक्शनल डोज ऑफ इनेक्टिवेटेड पोलियोवायरस वैक्सीन) टीका की  तीसरी खुराक भी दी जाएगी। जिसकी सफलता को लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देशानुसार शनिवार को जिले के खगड़िया सदर पीएचसी में एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिसमें सदर पीएचसी अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत सभी सीएचओ (सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी), आरबीएसके के कर्मी, आईसीडीएस सीडीपीओ एवं एल एस (महिला पर्यवेक्षिका) के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी आशा  फैसिलिटेटर एवं आशा कार्यकर्ता शामिल हुए। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षक द्वारा मौजूद प्रतिभागियों को नियमित टीकाकरण के अंतर्गत आने वाले एफआईपीभी टीका की  तीसरी  डोज लेने से बच्चों को होने वाले फायदे, क्यों जरूरी है तीसरा डोज समेत अन्य आवश्यक और जरूरी जानकारी विस्तारपूर्वक दी गई। साथ ही तीसरा डोज से शत-प्रतिशत योग्य लाभार्थियों (बच्चों) को टीकाकृत करने को लेकर सामुदायिक स्तर पर जागरूक करने को कहा गया। ताकि अधिकाधिक लाभार्थी लाभान्वित हो सके और पोलियो के खतरे से सुरक्षित हो सके। इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवनंदन पासवान, खगड़िया सदर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ कृष्णकांत कुमार, सीडीपीओ रंजना कुमारी, केयर इंडिया के डीटीएल अभिनंदन आनंद, पिरामल फाउंडेशन के डीपीएल प्रफूल्ल झा, यूनिसेफ से मो. एजाज, विजय कुमार, डब्ल्यूएचओ से संतोष कुमार आदि मौजूद थे।


- 01 जनवरी से तीसरे खुराक की होगी शुरुआत : 

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवनंदन पासवान ने बताया, जिले में 01 जनवरी 2023 से एफआईपीभी टीका की  बच्चों को तीसरी खुराक देने के कार्य की शुरुआत हो जाएगी। यह टीका 09 से 12 माह उम्र  के दायरे में आने वाले बच्चों को दिया जाएगा। इस दौरान इस बात का भी ख्याल रखा जाएगा कि इससे पूर्व संबंधित बच्चों को 06 सप्ताह पर एफआईपीभी - 1 और 14 सप्ताह पर एफआईपीभी -2 टीका की  खुराक लगाई गई है या नहीं। क्योंकि, जिन बच्चों उक्त दोनों खुराकें दी जा चुकी होगी, उसी बच्चों को तीसरा खुराक दी जाएगी। साथ ही जिन बच्चों को 01 जनवरी 2023 से पहले एमआर - 1 की खुराक पड़ चुकी है, उन्हें एफआईपीभी टीका की  तीसरी खुराक नहीं दी जाएगी। 


- विभिन्न प्रकार के गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए नियमित टीकाकरण जरूरी : 

खगड़िया सदर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ कृष्णकांत कुमार ने बताया, विभिन्न प्रकार के गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए नियमित टीकाकरण बेहद जरूरी है। इसलिए, मैं तमाम गर्भवती महिला  और 0 से 02 आयु वर्ग के बच्चों के अभिभावकों से अपील करता हूँ कि अपने बच्चों का निश्चित रूप से बेहिचक टीकाकरण कराएं। इससे ना केवल गंभीर बीमारी से बचाव होगा, बल्कि सुरक्षित और सामान्य प्रसव को भी बढ़ावा मिलेगा तथा बच्चों का शारीरिक विकास भी बेहतर तरीके से होगा। वहीं, उन्होंने बताया, शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी, मिजल्स, विटामिन ए, डीपीटी बूस्टर डोज, मिजल्स बूस्टर डोज और बूस्टर ओपीवी के अलावा जेएई (जापानी बुखार) का टीके लगाए जाते हैं। जबकि, गर्भवती महिलाओं को टेटनेस-डिप्थीरिया (टीडी) का टीका भी लगाया जाता है। नियमित टीकाकरण बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कई गंभीर बीमारी से बचाव करता है। साथ ही प्रसव के दौरान जटिलताओं से सामना करने की भी संभावना नहीं के बराबर रहती है। अब 09 से 12 माह के बच्चों को पोलियो के खतरे से बचाव के लिए एफआईपीभी टीका की  तीसरी खुराक भी दी    जानी  है।

रिपोर्टर

  • Aishwarya Sinha
    Aishwarya Sinha

    The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News

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